THE BASIC PRINCIPLES OF वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

The Basic Principles Of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

The Basic Principles Of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

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वशीकरण में आमतौर पर हम माध्यम पर प्रयोग करते है लेकिन इसमें हम खुद को इतना मोहक बना लेते है की माध्यम हमारे आकर्षण में आ जाता है.

ये एक आसान सर्वजन वशीकरण मंत्र साधना है जिसके प्रयोग से आप सामने वाले को अपने आकर्षण में ला सकते है.

यंत्र को बनाने का तरीका और इसमें इस्तेमाल होने वाली चीजे इसके महत्त्व को बढ़ा देती है.

त्व देवी जगत माता योनिमुद्रे नमोस्तुते

मंत्र का उच्चारण: मंत्र को स्पष्ट ध्यान और श्रद्धा के साथ उच्चारण करें। एक विशेष आवाज में मंत्र का उच्चारण करें और ध्यान दें कि आपकी इच्छा पूरी हो रही है।

साधक तीन पान का बीड़ा लेकर तीनों को इक्कीस इक्कीस बार अभिमन्त्रित करे और एक-एक करके जिस भी स्त्री को खिलायेगा, पहला पान खाकर वह स्त्री मित्रता करेगी। दूसरा पान शारीरिक सम्बन्ध बनायेगी और तीसरा पान खा लेने के बाद साधक के अलावा कभी किसी के बारे में सपने में भी नहीं सोचेगी। यह अति प्रबल वशीकरण प्रयोग है।

मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना की ही अलग अलग विधि का प्रयोग अलग अलग मकसद से किया जाता है. आमतौर पर मोहन मंत्र साधना का प्रयोग अपने व्यक्तित्व को इतना आकर्षक और चुम्बकीय बना लिया जाता है की इच्छित माध्यम देखते ही मोहित हो जाए.

विधि: पहले यह मन्त्र ग्यारह सौ बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर जब आँधी चल रही हो तब एक लौंग मुँह में रखकर खुली जगह पर खड़ा होकर इस मन्त्र को एक ही सांस में सात बार जप कर हाथ फैलाकर आँधी की मिट्टी को मुट्ठी में भर लें। फिर इस मिट्टी में मुख में रखी लौग को निकालकर पीस लें और मन्त्र से सात बार अभिमन्त्रित करके जिस भी स्त्री के सिर पर डाला जायेगा, वह जीवनभर के लिए साधक के प्रति मोहित हो जायेगी। फलानी के स्थान पर साध्य स्त्री का नाम लेना चाहिये।

कामदेव, जो प्रेम और आकर्षण के देवता माने जाते हैं, उनकी शक्ति को साधना के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। यह मंत्र आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा और website आकर्षण को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।

बड़ पीपल की थान, जहाँ बैठा अजाजील शैतान मेरी शबीह मेरी सूरत बन फलानी को जा रान, जो राने तो धोबी की नाद चमार की खाल कुलाल की माटी पड़े तो राजा चाहे राजा का, मैं चाहूँ अपने काज को, मेरा काम को, मेरा काम न होगा तो आनसी मैं तेरा दामनगीर रहूँगा।

ॐ जल की योगिनी पालै कलका नामा। जिस पै भेजूं तिस पै लाग। सोते सुख ना बैठे सुख। फिर फिर देखो हमारा मुख। मेरी बांधी जो छूटे। तो बाबा नाहर सिंह की जटा टूटे।

इनके निरंतर प्रयोग से आपके अन्दर का तेज और आकर्षण इतना बढ़ जाता है की आप खुद हैरान रह जायेंगे.

ग्रहण समाप्त होने पर उन चारों लौंग को निकालकर ताबीज में भर लें। जब इस प्रयोग की आवश्यकता हो, तो चार लौंग को मंत्र से सात बार अभिमंत्रित करें और ताबीज से स्पर्श कराएं। इसके बाद, जिसे भी यह लौंग खिलाई जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।

वशीकरण मंत्र का उपयोग सावधानीपूर्वक और सतर्कता के साथ किया जाना चाहिए। इसका अनुचित उपयोग नकारात्मक परिणामों को पैदा कर सकता है। जब आप दूसरे व्यक्ति को वश में करने की कोशिश करते हैं, तो इससे उच्च गुणवत्ता और नैतिकता के मामलों पर असर पड़ सकता है। यह आपके और दूसरे व्यक्ति के बीच में विश्वासघात और संबंधों को दूषित कर सकता है।

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